Future of Electric Vehicles in India
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आज हम Future of Electric Vehicles in India in Hindi के बारे मे बात करने जा रहे है, प्रिय पाठकों यह तो आप सभी जानते होंगे कि भारत एक विकासशील देश है जो लगातार अपने विकास की ओर अग्रसर है । विकासशील देश होने के साथ-साथ यह विश्व की दूसरी सबसे घनी आबादी वाला राष्ट्र है ।
इन्हीं वजहों से भारत में रहने वाली आबादी की आवश्यकता उपभोग की क्षमता व मांग आदि अधिक है । इन सब को पूरा करने के लिए कई तरह के कल कारखाने उद्योग आदि बनाए गए हैं जिनसे हमारी मांग की पूर्ति तो हो रही है लेकिन इनसे हमारे पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचा है । बढ़ते प्रदूषण का दूसरा सबसे बड़ा कारण है यातायात के साधन।
भारत के संदर्भ में देखा जाए तो भारत विश्व की लगभग 17.7% जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है जो विश्व की चीन के बाद दूसरी सबसे बड़ी आबादी है । आबादी के अनुरूप यहां यातायात के साधन भी अधिक है भारत में हर तरह के यातायात के साधन उपलब्ध है । भारत की सड़कों पर लगभग 350 मिलियन कारे दौड़ रही है जो सभी इंधन से चलती है । इनके अलावा भारत में दुपहिया वाहन व शेष सभी वाहन बहुतायत में देखे जा सकते हैं।
जाहिर सी बात है इतनी तादाद में वाहनों से वायु प्रदूषण होना स्वाभाविक है । भारत विश्व के सबसे प्रदूषित 14 शहर अपने खाते में कर चुका है । आज पृथ्वी पर जो खतरा मंडरा रहा है वह मानव द्वारा फैलाए गए प्रदूषण का ही नतीजा है । इस समस्या ने आज विश्व के सामने एक चुनौती पेश कर दी है सभी देश मिलकर इसका हल निकालने का प्रयत्न कर रहे है ।
वर्तमान में इलेक्ट्रिक वाहन एक विकल्प के तौर पर सामने आया है लगभग हर देश आज इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने पर बल दे रहा है । पश्चिमी देशों में तो बहुत से इलेक्ट्रिक वाहन आज सड़कों पर दौड़ रहे है । भारत ने भी इन्हें अपनाने के लिए प्रयास तेज कर दिए है । भारत की सरकार ने इस दिशा में कई नियम बनाए हैं व सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों को इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन करने को प्रोत्साहित किया है।
Future of Electric Vehicles in India in Hindi भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य क्या होगा या क्या है? इसके बारे में जानने के लिए हमें कुछ पहलुओं पर चर्चा करनी होगी जैसे इनका इतिहास,वर्तमान स्थिति, इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इंधन इन सभी पहलुओं के संबंध में हम यहां चर्चा करेंगे।
1. क्या है इलेक्ट्रिक वाहनों का इतिहास?
दोस्तों इलेक्ट्रिक वाहनों का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है इलेक्ट्रिक वाहनों का इतिहास लगभग 19वीं सदी के मध्य से शुरू होता है। 1828 में Anyos Jedlik ने एक छोटी मोटर कार बनाई जो विद्युत मोटर पर चलती थी। यहीं से इनका इतिहास शुरू होता है इनकी इतिहास के बारे में और अधिक जानकारी के लिए हमारे आर्टिकल इलेक्ट्रिक वाहन क्या है पढ़ सकते है।
2. वर्तमान में इलेक्ट्रिक वाहनों का परिदृश्य।
भारत विश्व के 5 सबसे प्रदूषित देशों में से एक है । इसकी वजह भारत में यातायात के साधनों का अधिक उपभोग है लेकिन यातायात के साधन आज सभी के लिए आवश्यक भी है इसलिए इलेक्ट्रिक वाहन इस समस्या का उचित हल नजर आता है।
भारतीय लोग वर्तमान में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति रुचि दिखा रहे हैं 2010 के बाद से इनके प्रति लोगों में रुझान काफी बड़ा है इसी को देखते हुए सभी वाहन निर्माता कंपनियां भी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण को बढ़ावा दे रही है।आज हर वाहन निर्माता कंपनी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा करते नजर आने लगी है । भारत का वाहन बाजार काफी बड़ा है व फैला हुआ है इस दृष्टि से हम देख या सोच सकते हैं कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य क्या होगा या क्या है?Future of Electric Vehicles in India in Hindi
3. भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार क्षेत्र।
भारत एक विकासशील देश है । भारत में वर्तमान में वाहन उद्योग का बाजार काफी विकसित व विस्तृत है । वर्तमान में लोगों के इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति बढ़ती रूचि व लोकप्रियता को देखकर भारतीय वाहन बाजार ने इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन व निर्माण को दिशा देना प्रारंभ कर दिया है।
भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी बढ़ रही है। एक अनुमान के अनुसार 2022 के अंत तक भारतीय बाजार में इनकी हिस्सेदारी 25% तक के होने की उम्मीद है। साथ ही साथ इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग से भारत के तेल पर निर्भरता में कमी आएगी जिससे भारत अपने तेल आयात को कम करेगा इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होगा। इन सभी बातों से आप स्वयं निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य क्या होगा या क्या है?Future of Electric Vehicles in India in Hindi
4. इलेक्ट्रिक वाहनों का इंधन
अगर आप यह सोच रहे हैं कि इलेक्ट्रिक वाहन भी इंधन से चलते हैं तो आप सही सोच रहे हैं लेकिन यह इंधन पेट्रोल या डीजल नहीं बल्कि विद्युत होता है । जैसा कि इनके नाम से ही प्रतीत होता है इलेक्ट्रिक वाहन यानी बिजली के वाहन या बिजली से चलने वाले वाहन।
दोस्तों इन इलेक्ट्रिक वाहनों का इंधन विद्युत होता है । यानी इन वाहनों को चलाने के लिए इनमें एक बैटरी लगी होती है जिसे विद्युत के माध्यम से उर्जा प्रदान की जाती है ।
यही बैटरी ऊर्जा संचित करके वाहन को गति प्रदान करने का कार्य करती है । भारत में बिजली की कीमतें राज्यवार अलग-अलग है अतः सभी राज्यों में चार्जिंग दरों में भिन्नता है । ऐसे विद्युत की कीमत घरेलू विद्युत दरों से अलग है आप चाहे तो अपने वाहन को घर पर भी चार्ज कर सकते हैं लेकिन चार्जिंग स्टेशनों पर इनकी दरें घरेलू विद्युत दरों से अलग होती है । इलेक्ट्रिक वाहनों के द्वारा कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी ।
इलेक्ट्रिक वाहन उत्सर्जन नहीं करते यह बिजली चलित वाहन है जिससे पर्यावरण प्रदूषण व ध्वनि प्रदूषण नहीं होता । यह सभी खूबियां इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य की ओर संकेत करती है अतः हम विचार कर सकते हैं कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य क्या होगा या क्या है?Future of Electric Vehicles in India in Hindi
5. सरकारी नीतियां व अभियान।
भारत अपनी तेल की आवश्यकता को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर है। भारत में बढ़ती जनसंख्या व उसके तेल की मांग को पूरा करने के लिए दिन प्रतिदिन तेल का आयात बढ़ता जा रहा है । इस कारण भारतीय अर्थव्यवस्था पर भार बढ़ता जा रहा है । भारत में इंधन के दाम लगातार बढ़ रहे हैं आज भारत में ईंधन के दामों में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है जिससे आम लोगों की जेब पर भार बढ़ गया है। वर्तमान में भारत के अधिकतर राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दाम ₹100 प्रति लीटर से भी अधिक है। Future of Electric Vehicles in India in Hindi
इस समस्या से निजात व उपाय के रूप में हमें इलेक्ट्रिक वाहन उचित विकल्प नजर आता है । सरकार भी अपनी अर्थव्यवस्था पर बढ़ते आयात के बाहर व प्रदूषण की समस्या को देखते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने व बढ़ावा देने पर जोर दे रही है।
भारतीय सरकार इस क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठा चुकी है व लगातार इस और प्रयासरत दिखाई दे रही है। भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई नियम व योजनाएं बना चुकी है हम यहां उनके बारे में बता रहे हैं।
(1) राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन प्लान(NEMMP)
(2) फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ़ हाइब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल स्कीम(FAME)
(3) लोन सब्वेंशन और इनकम टैक्स में छूट।
(4) इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी।
(5) इलेक्ट्रिक वाहनों के कलपुर्जे के आयात पर सीमा शुल्क में रियायत।
(6) 2024 तक पंचवर्षीय क्रमबद्ध विनिर्माण कार्यक्रम(PMP)
(7) 2030 तक भारतीय सड़कों पर 30% इलेक्ट्रिक वाहनों का लक्ष्य रखा गया है।
(8) इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST नियमित कारों की तुलना में कम किया गया है । इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST 5% व नियमित कारों पर 28% है।
6. भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य आशातीत।
दुनिया भर में बढ़ते पर्यावरणीय असंतुलन ने पृथ्वी को खतरे में डाल दिया है । पृथ्वी पर बढ़ती आबादी व बढ़ते इंधन उपभोग ने पृथ्वी के पर्यावरण को काफी क्षति पहुंचाई है । विश्व के सभी देश एकजुट होकर इस संकट का समाधान निकालने में जुटे हुए हैं सभी देश मिलकर शुन्य कार्बन उत्सर्जन के प्रति तटस्थता की प्रतिज्ञा कर रहे हैं।
शुन्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए आज इलेक्ट्रिक वाहन आशा की किरण के रूप में दिखाई दे रहे हैं । कई पश्चिमी देशों ने जैसे UK, फ्रांस, नार्वे, जर्मनी आदि ने तो 2025 तक गैर-इलेक्ट्रिक वाहनों पर प्रतिबंध लगाने जैसे नियम बनाने की बात कही है। इसलिए इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य उज्जवल दिखाई पड़ता है।
भारत के संदर्भ में देखा जाए तो इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य सकारात्मक परिणाम लाने वाला प्रतीत होता है। एक अनुमान के अनुसार वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन बाजार 2021 में 4093 हजार यूनिट से बढ़कर 2030 तक 34756 हजार यूनिट 26.8% CAGR से बढ़ने की उम्मीद है । भारत भी इस बदलाव का हिस्सा बनने में अपनी रुचि दिखा चुका है। भारत इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनने के लिए इस ओर अग्रसर है। भारत को इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए व्यापक प्रयास करने होंगे । मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों व इसके घटकों के निर्माण से 2022 तक GDP में 25% इसकी भागीदारी बढ़ने की उम्मीद है।
भारत के लोग अब इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति अपनी रूचि दिखाने लगे है। एक रिपोर्ट के अनुसार केवल दिल्ली में एक लाख ई रिक्शा सड़कों पर दौड़ रहे हैं भारत के लगभग हर शहर में आज ई रिक्शा दौड़ते देखे जा सकते है। साथ ही साथ दुपहिया व चोपहिया इलेक्ट्रिक वाहन भी भारत की सड़कों पर दौड़ रहे हैं। भारत में अब हर जगह चार्जिंग स्टेशन खोले जा रहे हैं जिससे इनकी बढ़ती तादाद का अनुमान लगाया जा सकता है। इलेक्ट्रिक वाहन इंधन वाले वाहनों की तुलना में ज्यादा माइलेज वाले व प्रदूषण मुक्त है। जिससे लोग इनकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं। Future of Electric Vehicles in India in Hindi
निष्कर्ष।
भारत इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य को देखते हुए इस राह पर चल पड़ा है । भारत अब इस क्षेत्र में लगातार उन्नति पथ पर बढ़ता जा रहा है । रोज नए इलेक्ट्रिक वाहन भारत में लांच हो रहे हैं। भारत ने 2030 तक भारतीय सड़कों पर 30% इलेक्ट्रिक वाहनों का लक्ष्य तैयार किया है । निश्चय ही भारत इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा क्योंकि अभी से इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है । इलेक्ट्रिक वाहन भारत को अपनी शुन्य कार्बन उत्सर्जन नीति के लक्ष्य को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होंगे । आशा है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य उज्जवल होगा।
FAQ-
इलेक्ट्रिक वाहन क्या है?
इलेक्ट्रिक वाहन ववे होते हैं जो इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा संचालित होते हैं। इस इलेक्ट्रिक मोटर को विद्युत ऊर्जा बैटरी द्वारा प्रदान की जाती है। इलेक्ट्रिक व्हीकल की सबसे खास बात यह है कि यह कार्बन उत्सर्जन ना के बराबर करते हैं।
2030 तक भारत में कितनी इलेक्ट्रिक कारें होंगी।
भारत सरकार ने 2030 तक भारत की सड़कों पर 30 % निजी वाहन, 70% वाणिज्यिक वाहन, 80% टू व्हीलर और थ्री व्हीलर बिक्री का लक्ष्य रखा है।
भारत में किस वर्ष तक 100% इलेक्ट्रिक कार होगी।
एक अनुमान के मुताबिक भारत में 2050 तक 95% इलेक्ट्रिक वाहन होंगे।