जैसा आप सब जानते हैं दुनियाभर इलेक्ट्रिक वाहनों का बोलबाला हो रहा है आने वाला कल इलेक्ट्रिक वाहनों का होने वाला है इस स्टडी के अनुसार इलेक्ट्रिक कारे लगातार जटिल होती जा रही है इसलिए इन पर भरोसा (Believe on electric vehicle )तोड़ा कम किया जा रहा है।
दुनियाभर में ऑटोमोबाइल मार्केट में इलेक्ट्रिक वाहनों की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है बढ़ती पेट्रोल व डीजल की कीमतों व पर्यावरण प्रदूषण ध्वनि प्रदूषण की वजह से इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ रही है एक रिपोर्ट के अध्ययन से पता चला है कि इलेक्ट्रिक कारें विश्वसनीय नहीं होती इसलिए चिंता ज्यादा बढ़ गई है।
इलेक्ट्रिक वाहन भरोसेमंद क्यों नहीं होते?
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इलेक्ट्रिक वाहनों पर भरोसे को लेकर शंका बनी हुई है क्योंकि इलेक्ट्रिक कार्य लगातार कांपलेक्स होती जा रही है और तो और टेक्नोलॉजी भी एडवांस होती जा रही है जिनकी बारीकियों के बारे में और कोई नहीं जानता केवल वही जान सकता है जो प्रशिक्षित हैं इलेक्ट्रिक वाहनों में जटिल इन्फोटेनमेंट और टेक्नोलॉजी फीचर्स दिए जा रहे हैं.
रिपोर्ट क्या कहती है?
अध्ययन से पता चलता है कि शानदार इलेक्ट्रिक कारों पर ज्यादा भरोसा नहीं कर सकते वहीं अगर सस्ते इलेक्ट्रिक वाहन की बात करें तो यह ज्यादा पुरानी और और औसत तकनीक वाले होते हैं अध्ययन के मुताबिक जो निसान लीफ ev(Nissan Leaf Ev) लिए है व कई आधुनिक व एडवांस इलेक्ट्रिक कारों से तगड़ा परफॉर्म करती है।
टेस्ला के इलेक्ट्रिक वाहन कैसे हैं?
टेस्ला जो इलेक्ट्रिक कारों के बारे में जानी जाती है वह एक ब्रांड है जो विश्वसनीयता रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है वहीं टेस्ला मॉडल वाई औसत से भी खराब है टेस्ला मॉडल 3 में भी कई समस्याएं हैं एक अध्ययन से पता चला है कि चीन में बनी टेस्ला अमेरिकी समकक्षों के मुकाबले काफी अच्छी है।
विश्लेषण के अनुसार इलेक्ट्रिक कारें भरोसे के योग्य तो है लेकिन एडवांस टेक्नोलॉजी जुड़ने से काफी परेशानियां बढ़ रही है एक रिपोर्ट से पता चला है कि विश्वास योग्य ब्रांडो मे लेक्सस, माजदा, टोयोटा सबसे आगे है। तीनों कार बनाने वाले कई हाइब्रिड वाहन पेश करते हैं और बैटरी इलेक्ट्रिक कारों में इनका अलग दबदबा है।