परिचय | Introduction of electric car
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मानव इतिहास का सबसे क्रांतिकारी आविष्कार विद्युत कहा जाये तो कोई दोराय नहीं हे | मानव अपनी सुविधा हेतु निरंतर नए नए आविष्कार करता आया हे, उसी क्रम में मानव ने इलेक्ट्रिक कार का आविष्कार किया | ये कारे विद्युत बेट्री की उर्जा पर चलती है |
Electric cars पेट्रोल/डीजल वाली कारों की तुलाना मे बहुत कम उत्सर्जन करती है | जो हमारें पर्यावरण को बहुत कम प्रभावित करती है |
Electric cars बहुत कम आवाज करती है और इनसे उत्सर्जन ना के बराबर होता है | इन कारों को चलाने मे काफी कम लागत आती है |
इतिहास | History of electric car
हर जगह आप इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में सुन रहे हैं कई लोगों को यह टेक्नोलॉजी नयी लग रही होगी , लेकिन क्या आपको पता है इसका आविष्कार बहुत पहले ही चुका था ? इलेक्ट्रिक कारों का इतिहास 200 साल पुराना है इसका मतलब है कि सन् अट्ठारह सौ से ही इलेक्ट्रिक कारों का अविष्कार होना शुरू हो गया था लेकिन फिर इनका ज्यादा प्रचलन ना हो सका और विकास थोड़ा धीमा पड़ गया 1832 से 1839 के बीच रॉबर्ट एनडरसन ने पहला इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव वाहन बनाया था
ऐसे बहुत से अविष्कार हुए इनका लंबा इतिहास है। पेट्रोल से चलने वाली कारों की लंबी Range , ईंधन भरने में कम समय लगना, फोर्ड मोटर कंपनी जैसी कंपनियों द्वारा बड़ी मात्रा में उत्पादन, जिससे पेट्रोल चलित कारों की कीमत इलेक्ट्रिक कारों से आधी हो गई जिससे इनमें गिरावट आई लेकिन अब वर्तमान में पर्यावरण प्रदूषण से संबंधित चिंताओं से तेल की बढ़ती कीमतों से लोगों की दिलचस्पी अब इलेक्ट्रिक कारों की ओर बढ़ने लगी है।
इलेक्ट्रिक कार कैसे काम करती है | How electric car works?
इलेक्ट्रिक कार का सबसे महत्वपूर्ण भाग उसकी बैट्री है | इन कारों मे लिथियम बैट्रीयों का प्रयोग किया जाता है जो की वजन में बेहद हल्की होती है और इनका Life time अधिक होता है|
यह बैट्री D.C. (Direct current) को कार मे लगे इनवर्टर में भेजती और ये इनवर्टर D.C. को A.C. ( alternate current) में परिवर्तित कर देता है। ये A.C. (alternate current) मोटर को चालू कर देता है यह मोटर से सीधे पहियों जुड़े होती हैं।
इसमें किसी प्रकार का कोई इंजन नहीं होता है। जब भी कार में ब्रेक लगाए जाते हैं तो मोटर अल्टरनेटर बन जाती है और इलेक्ट्रिसिटी उत्पन्न करती है और यह इलेक्ट्रिसिटी बैटरी में स्टोर ली जाती है।
components of electric car
इलेक्ट्रिक कार के मुख्य भाग | Components of electric car
- बैट्री (Battery )
- चार्ज प्वाइंट (Charge Point)
- डीसी कन्वर्टर (D.C. converter)
- इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन मोटर (Electric Tractions Motor)
- ऑन बोर्ड (On Board)
- पावर इलेक्ट्रिक कंट्रोलर (Power Electric Controller)
- थर्मल सिस्टम (Thermal system)
- ट्रेक्शन बैटरी पैक (Traction Battery pack)
- ट्रांसमिशन (Transmission)
इलेक्ट्रिक कार के फायदे | Advantage of electric car
- इलेक्ट्रिक वाहनों का सबसे ज्यादा लाभ पर्यावरण को होता है क्योंकि यह वाहन किसी भी प्रकार का Polution नहीं करते |
2. यह वाहन तेल पर नहीं चलते इसलिए इनका इतना जल्दी रखरखाव नहीं करना पड़ता।
3. ये किसी भी प्रकार का ध्वनि प्रदूषण नहीं करते |
4. वाहनों को चार्ज करने के लिए जो बिजली काम में ली जाती है उसकी कीमत पेट्रोल की कीमत से कम से कम 27 फ़ीसदी तक कम हो सकती है |
5. इन इलेक्ट्रिक वाहनों को घर पर लगे साधारण प्लग से भी चार्ज किया जा सकता है चार्जिंग स्टेशन पर जाने की जरूरत नहीं है।
इलेक्ट्रिक वाहनों के कमियां | Limitation of electric car
अधिक कीमत | High Price
पेट्रोल डीजल से चलने वाली कारों की कीमत इलेक्ट्रिक कारों की तुलना में कम होती है इसलिए लोग अभी इलेक्ट्रिक कार लेने में जग रहे हैं।
चार्जिंग में लगने वाला अधिक समय | Time of charging
जहां पेट्रोल और डीजल वाली कारों को पेट्रोल डीजल भरवाने में 5 मिनट या उससे भी कम समय लगता है वही एक तरफ इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने में 1 से 2 घंटे का समय लगता है।
चार्जिंग स्टेशन की कमी | Lack of charging stations
पेट्रोल और डीजल वाली कारों के लिए जगह-जगह पेट्रोल पंप लगे होते हैं वही इलेक्ट्रिक कारों के लिए अभी चार्जिंग स्टेशन बहुत ही कम है जो एक बड़ी परेशानी है।
Charging Stations of electric car
चॉइस की कमी | Lower amount of choices
जहां एक और पेट्रोल और डीजल वाली कारों की भरमार है बहुत सी कंपनियों की बहुत सी कारें हैं हर तरह की पसंद की कार उपलब्ध है जबकि इलेक्ट्रिक कार अभी बहुत ही कम है अभी बहुत ही कम इलेक्ट्रिक कार बाजार में उपलब्ध है।
भारत में इलेक्ट्रिक कारो की स्थिति | Position of electric car in India
भारत में प्रदूषण का स्तर काफी ऊंचा होता जा रहा है दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में 14 शहर भारत के हैं शहरों में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण इंधन युक्त वाहनों से होने वाला उत्सर्जन है इस समस्या को लेकर भारत सरकार ने कई प्रयास किए लेकिन सफल नहीं हो पाई वर्तमान में इलेक्ट्रिक कारें इसका उचित विकल्प नजर आता है भारत सरकार ने ही इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं भारत में इलेक्ट्रिक कारों के भविष्य की नीव ढल चुकी है और रोज नई इलेक्ट्रिक कारे लॉन्च हो रही है। वर्तमान में भारत में 10 इलेक्ट्रिक कार लॉन्च हो चुकी है।
क्या इलेक्ट्रिक कार मे इंजन होता है ?
इलेक्ट्रिक कारों में कोई इंजन नहीं होता है , इंजन के स्थान पर इलेक्ट्रिक मोटर होती है। यह मोटर कर मे लगी लिथियम बैट्री से पावर लेती है | जिसे पोर्टेबल चार्जर से चार्ज किया जा सकता है
इलेक्ट्रिक कार कौनसी बैट्री काम में ली जाती है ?
इलेक्ट्रिक कारों में लिथियम बैट्री काम में ली जाती है |
इलेक्ट्रिक कार का माइलेज क्या है ?
इलेक्ट्रिक कार का माइलेज उसकी बैट्री की क्षमता पर निर्भर करता है | वर्तमान मे उपलब्ध कारे एक बार फुल चार्ज करने पर 100km से 400km तक दुरी तय कर सकती है|