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जब आप कोई कार खरीदना चाहते हैं तो आप इन चीजों को आसानी से तय कर सकते हो कि आपको कार हैचबैक, एसयूवी, मैनुअल ट्रांसमिशन या ऑटोड्राइव चाहिए साथ ही वह कौन से इंजन में उपयुक्त रहेगी यह सब तय करने के लिए ऑनलाइन बहुत सारे साधन मिल जाते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण काम सबसे किफायती कार ऋण के साथ सबसे अच्छा ऋणदाता तय करना है।
आज भारत में सैकड़ों ऋणदाता कंपनियां विभिन्न प्रकार के कार लोन देने की पेशकश करते हैं लेकिन हमारे सामने यह चुनौती होती है कि कौनसा ऋणदाता किफायती होगा?
हर किसी का सपना होता है कि उसके पास एक कार हो लेकिन हमें Car खरीदने से पहले काफी कुछ सोच विचार करना होता है। कार से संबंधित हर पहलू पर विचार करना होता है हम अच्छे कार का चुनाव तो कर सकते हैं लेकिन एक उपयुक्त ऋणदाता चुनने में हमें चुनौती का सामना करना पड़ता है।
ज्यादातर कार लोन प्रचलित या लोकप्रिय बैंकों व एनबीएफसी द्वारा उपलब्ध कराए जाते थे लेकिन वर्तमान में कार लोन सीधे तौर पर वाहन डीलरों के माध्यम से फाइनेंसिंग के ऑप्शन उपलब्ध कराया जा रहे हैं जिनका संबंध इन वित्तीय संगठनों से होता है।
अगर आप Car loan लेने की सोच रहे हैं तो आपको उपयुक्त ब्याज दर, लोन की शर्ते प्राप्त करने के लिए कई तथ्यों को ध्यान में रखना होगा।
इस लेख में हम कार लोन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे। आशा है कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा।
जाने क्या है Car Loan की आवश्यक conditions/शर्तें
Table of Contents
आयु- 18 से 75 वर्ष के मध्य
आय- न्यूनतम मासिक आय ₹20000
1 वर्ष के रोजगार व लेनदेन का इतिहास।
आवेदक वेतन भोगी या स्व-नियोजित होना चाहिए।
Important Documents For Car Loan | कार लोन हेतु आवश्यक दस्तावेज
हम यहां उन्हें दस्तावेजों के बारे में बता रहे हैं जो ज्यादातर ऋणदाताओ द्वारा मांगे जाते हैं।
- आवेदन पत्र।
- केवाईसी दस्तावेज।
- फोटो।
- पहचान पत्र(आधार मुख्य)।
- निवास प्रमाण पत्र।
- बैंक विवरण।
- आय प्रमाण पत्र।
- नवीनतम वेतन स्टेटमेंट, फॉर्म नंबर 16।
- पिछले 2 वर्षों का आयकर रिटर्न।
- व्यापार स्वामित्व प्रमाण पत्र।
- रोजगार स्थिरता प्रमाण।
- भागीदारों द्वारा हस्ताक्षरित साझेदारी विलेख पत्र।
- निदेशक मंडल द्वारा संकल्प।
- ज्ञापन व संस्था के नियम।
ब्याज दरों पर प्रभाव डालने वाले कुछ मुख्य कारक। Interest Rate Par effect Dalne Wale Factors
1.आय/Income
नियमित व उच्च आय वालों को ब्याज दरों में रियायत मिलती है ऋणदाता इन्हें ब्याज दरों में रियायत की पेशकश करते हैं। बैंक या ऋणदाता वेतन भोगियों की तुलना में स्वरोजगार करने वालों को लोन पर ब्याज दरों में रियायत की पेशकश नहीं करते।
2.क्रेडिट अंक/credit Score
क्रेडिट अंक से तात्पर्य भूतकाल में आपके द्वारा लिए गए लोन की चुनौती का इतिहास है अगर आपके द्वारा पहले लिए गए लोन की चुनौती का इतिहास बच्चा है तो आप को निभाने में सहूलियत होगी और रियायत भी मिलती है। इसलिए आपके क्रेडिट अंक का प्रभाव आपके लोन पर पड़ता है।
3.आवेदक की आयु/Age
कार लोन में आवेदक की आयु भी काफी महत्वपूर्ण होती है क्योंकि आवेदक युवा होगा तो वह कई वर्षों तक लोन चुका सकता है लेकिन अगर अधिक उम्र का आवेदक होगा तो उसे लोन लेने में मुश्किल होगी अतः आयु भी कार लोन को काफी हद तक प्रभावित करती है।
4.ऋण की अवधि/Period of loan
लोन की अवधि से ब्याज दरों पर प्रभाव पड़ता है आप जितनी लंबी अवधि का चुनाव करेंगे उतना ही अधिक ब्याज आपको चुकाना पड़ेगा इसलिए ऐसी अवधि का चुनाव करें जिससे आपको अनुकूलतम ब्याज दर मिले।
5.वाहन मॉडल व उसकी आयु/vehicle Model
कार लोन की ब्याज दरें/ Interest Rate निर्धारण में वाहन का मॉडल व उसका वजन मुख्य भूमिका निभाते हैं। लोकप्रिय व प्रचलित कार निर्माता कंपनियों की नई कारों पर Interest Rate कम होती है जबकि पुरानी कारों पर ब्याज दरें अधिक होती है क्योंकि समय के साथ कार की कीमतें कम होती जाती है।
6.रोजगार व नियोक्ता का प्रकार/Job Type
आपके रोजगार का प्रभाव आपके लोन पर पड़ता है। अगर आप सरकारी कर्मचारी या किसी बैंक या किसी प्रतिष्ठित कंपनी में कर्मचारी है तो आपको ब्याज दरों में काफी फायदा होता है तथा लोन भी आसानी से मिल जाता है।
7.ऋणदाता व आवेदक का संबंध/Relation between you And Lender
अगर आपका Bank या NBFC से पुराना संबंध है या आपका उसके साथ दीर्घकालिक संबंध है तो बैंक आपका क्रेडिट रिकॉर्ड रखता है जिससे बैंक आप के लेनदेन में सहज होता है। बैंक अपने पुराने व नियमित ग्राहक को Interest Rateउपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध होता है।
8.सह-आवेदक/Co-applicant
यदि आप कम Interest Rate पर लोन लेना चाहते हैं तो आप सह-आवेदक के साथ आवेदन कर सकते हैं अर्थात दो लोगों की आय से चुकाने की क्षमता बढ़ेगी जिससे कम अवधि में लोन चुकाया जा सकता है और ब्याज दरें भी कम होगी।
9.डाउन पेमेंट/Dawn Payment
डाउन पेमेंट की राशि आपके लोन को प्रभावित करती है। अगर आप कार खरीदते समय अधिक डाउन पेमेंट करते हैं तो आपको कम राशि के लिए लोन चाहिए होगा जिस पर आपको बेहतरीन Interest Rate मिल सकती है। हालांकि बैंक वाहन की एक्स शोरूम कीमत का शतप्रतिशत लोन भी देते हैं। लेकिन अगर हम डाउन पेमेंट अधिक करते हैं तो हमें शेष राशि पर ही ऋण लेना होगा जिससे ब्याज दरें कम मिल सकती है।
10.वर्तमान उधार या देनदारियां/Current Loan
यदि वर्तमान में आपका कोई लोन चल रहा है और आप दूसरे लोन के लिए आवेदन करते हैं तो आपकी चुकाने की क्षमता सीमित होगी। अगर आपका मौजूदा ऋण चुकता होने में अंतिम पड़ाव पर है तो आपको दूसरा लोन लेने में अधिक परेशानी नहीं होगी। लेकिन आपका लोन अभी काफी बचा हुआ है तो आपको लोन मिलने की संभावना बहुत कम होगी।
Car Loan लेने से पहले इन बातों का रखें ख्याल
1.ईएमआई का निर्धारण/Determination of EMI
आपके द्वारा लिए जाने वाले ऋण की राशि पर मासिक ईएमआई आपको निर्धारित करनी होती है इसके लिए आपको मासिक बजट को स्पष्ट करना होता है। आप अपने मासिक बजट की गणना करने के पश्चात ही EMI का निर्धारण करें जिससे आपकी भुगतान की क्षमता का निर्धारण आवश्यक है।
2.क्रेडिट स्कोर रखे अच्छा/Credit card Ka Score
आप का क्रेडिट स्कोर आपके लोन पर ब्याज दरों को मुख्य रूप से प्रभावित करता है इसलिए लोन आवेदन से पहले ही यह तय कर लेवे कि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा हो। आपका क्रेडिट स्कोर जितना अधिक होगा लोन में सहूलियत भी उतनी अधिक मिलने की संभावना होती है।
3.कार बीमा/car insurance
कार बीमा भारत में अनिवार्य घटक है। कार बीमा कार के मॉडल व कार उम्र के हिसाब से तय किया जाता है। कार लेने से पहले एक अच्छे व वार्षिक बीमा प्लान का पता कर लेवे ताकि बाद में लोन लेते समय आपको अपनी ईएमआई निर्धारण करने में सहजता हो।
4.रखरखाव/maintenance
हम सब जानते हैं वाहन जितना बड़ा होगा उसका रखरखाव भी ज्यादा करना होगा कार के रखरखाव व मरम्मत काफी खर्चीली होते हैं। आप कार खरीदते समय उसके साथ दी जाने वाली गारंटी और वारंटी पर विस्तार से जान लेवे तथा कार के साथ मुफ्त मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी अवश्य जान लेवे।
कार लोन पूर्व भुगतान/car loan prepayment
इस से तात्पर्य है कि आप अपने ऋण की शेष राशि ऋण अवधि पूरी होने से पहले ही जमा कराकर ऋण मुक्त होना। कार लोन चुकाने के लिए मासिक ईएमआई का निर्धारण किया जाता है लेकिन अगर आप निर्धारित अवधि से पहले ही शेष राशि एक साथ जमा कराना चाहते हैं तो आप लोन को प्रीपे कर सकते हैं।
हालांकि यह सुविधा ज्यादातर ऋण दाताओं द्वारा दंड शुल्क के साथ दी जाती है। इसके बारे में आपका लोन लेने से पहले लोन की शर्तों में पता कर सकते हैं।
कार पुनर्वित/car refinance
इसका तात्पर्य है कि आपके शेष कार ऋण को चुकाने के लिए आपके द्वारा लिया गया एक अतिरिक्त ऋण। यह विकल्प तब काम आता है जब वर्तमान में ब्याज दरों में काफी कमी लंबी अवधि के साथ मिल रही हो तब आप अपने कार ऋण को पुनर्वित कर सकते हैं। इससे ऋणग्राही को वित्तीय राहत मिलती है।
अपने कार ऋणको पुनर्वित करने हेतु आप किसी अन्य ऋणदाता का चयन करते हैं जो आपको कम ब्याज दरों पर आपके पैसे बचाने में मदद करें।
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किसी Bank या NBFC से Car Loan केसे मिलता है?
1.Bank से Car Loan
अगर आप अपने मौजूदा बैंक जिसके आप ग्राहक हैं 7 प्राप्त करना चाहते हैं तो बैंक आपको कई तरह के प्लान और चोटों से अवगत कराएगा। बैंक आपको एक उद्धरण व समझौता पत्र देगा जिसे आप डीलर या कार विक्रेता को देंगे जिससे आपको अनुबंधन करने में समय कम लगेगा।
यदि आप ऋण प्राप्त करने में देरी नहीं चाहते हैं तो पूर्व अनुमोदन के लिए बैंक में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं जिसमें आपको कार्ड संबंधी विवरण भी उपलब्ध कराना पड़ेगा।
ऋण देने से पहले बैंक आपकी क्रेडिट जांच करेगा जो कठिन स्तर की हो सकती है। जिससे आप की ऋण राशि व क्रेडिट रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी। बैंक गाड़ी की उम्र, मॉडल, वजन के हिसाब से ब्याज दरें निर्धारित करेगा अर्थात नई कारों पर ब्याज दरें कम मिल सकती है तथा पुरानी कारों पर ब्याज दरें अधिक रहने की संभावना होती है।
2.NBFC डीलरों से Car Loan
एनबीएफसी या डीलर एक ऋण दाता बैंक के रूप में कार्य करते हैं। जिनकी अपनी कुछ शर्ते व नियम होते हैं। डीलर आपके कार लोन के लिए आपकी सहायता करेगा। अपनी कार चुनने के बाद आप एक अच्छे डीलर को तलाश करें।
डीलर आपसे आवेदन फॉर्म भरवाता है आवेदन से पहले नियम व शर्तों का विश्लेषण अवश्य करें। ज्यादातर ऋण दाता नई कारो पर सस्ती ब्याज दरें उपलब्ध कराने को तैयार रहते हैं।
आजकल कुछ विशेष फाइनेंस डीलर भी मौजूद है जो आपके खराब क्रेडिट स्कोर के बावजूद भी आपको ऋण उपलब्ध करवाते हैं। लेकिन इन ऋणो में डाउन पेमेंट अधिक होता है साथ ही यह काफी जोखिम भरे होते हैं।
कार लोन/car loan पर कितना ब्याज/interest लगता है?
अलग अलग बैंक कार लोन पर अलग अलग ब्याज दर/interest rate पर ऋण देते है| इंडियन ओवरसीज बैंक से कार लोन लेने पर आप 7.55 प्रतिशत से ऋण ले सकते है। यस बैंक का कार लोन ब्याज दर 7.71 प्रतिशत है। आईडीबीआई बैंक Car loan 7.35 की दर से ऋण दिया जा रहा है। एक्सिस बैंक 7.45 प्रतिशत की दर से Car Loan दे रहा है।
दिए गये लोन पर कितने EMI आये गे ये हम EMI Calculator की मदद से पता कर सकते है |
Banks जो Car Loan पर chipset Interest Rate dete Dete Hain.
BANKS | RATE OF INTEREST |
1.SBI BANK | 7.5% |
2.BANK OF BARODA BANK | 7.25% |
3.CANARA BANK | 7.7-9.9% |
4.HDFC BANK | 8.8-10% |
5.ICICI BANK | 7.9-8.80% |
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1.क्या CAR LOAN में जमानत या गारंटी की आवश्यकता होती है?
भारत में Car Loan में स्वयं वाहन ही गारंटी का काम करता है जिससे ऋणदाता अतिरिक्त गारंटी की मांग नहीं करता। लेकिन आपकी आय ऋणदाता के मापदंडों के अनुरूप नहीं होने पर आपको गारंटर की आवश्यकता पड़ सकती है।
2.Car Loan के लिए अधिकतम अवधि कितनी है?
भारत में कार लोन अधिकतर 1 साल से लेकर 7 साल की अवधि तक उपलब्ध कराए जाते हैं।
3.Top Up कार लोन क्या है?
आपात स्थिति में मौजूदा Car Loan पर लोन लेना ही Top Up कार लोन है। कई ऋणदाता अपने कार लोन पर टॉप अप कार ऋण प्रदान करते हैं। इसके लिए न्यूनतम कागजी कार्रवाई की आवश्यकता होती है।